क्या आपको कभी ऐसा महसूस हुआ है कि आप जैसे ही आपको नींद आने लगी, अचानक ऐसा लगा मानो आप कहीं गिर रहे हैं और झटके से उठ गए? या ऐसा झटका लगा कि आप चौंक गए? ऐसा आपके साथ जरूर हुआ होगा क्योंकि यह कोई दुर्लभ अनुभव नहीं है। यह स्वभाविक प्रक्रिया है।

इस घटना को Hypnic Jerk कहा जाता है, और यह अधिकतर लोगों को जीवन में कभी न कभी ऐसा जरूर अनुभव होता है। इस आर्टिकल में हम यह समझने का प्रयास करेंगे कि Hypnic Jerk क्या है, इसके पीछे क्या कारण होते हैं, और क्या इससे घबराने की ज़रूरत है?

Hypnic Jerk क्या होता है?

Hypnic Jerk जिसे आमतौर पर Sleep Start भी कहा जाता है, क्योंकि यह नींद की शुरुआत में ही महसूस होता है। यह वह पल होता है जब हमारा शरीर नींद में जाने वाला होता है। इसे हम बॉर्डर या गेट के रूप में भी समझ सकते हैं। जिसमें हम दोनों के बीच की लाइन को पार कर रहे हैं।

इस समय यानी नींद की स्टेज में जाने के टाइम अचानक मांसपेशियों में झटका या संकुचन होता है, जो अक्सर व्यक्ति को सोते समय लगता है। यह हल्का झटका तब होता है जब आप नींद के पहले चरण यानी NREM Sleep (Non-Rapid Eye Movement) में प्रवेश कर रहे होते हैं।

इस दौरान व्यक्ति को कुछ ऐसे अनुभव होता है वो किसी बिल्डिंग से गिर रहा है या फिर कहीं उसका पैर फिसल गया हो। साथ ही शरीर हिलना या फड़कना, हल्की बिजली जैसी सनसनी, अचानक चौंककर उठ जाना, दिल की धड़कन तेज हो जाना आदि भी इसमें महसूस होता है।

Hypnic Jerk क्यों होता है?

1. थकावट और नींद की कमी

दरअसल, शारीरिक और मानसिक थकावट होने पर मस्तिष्क जल्दी से नींद की स्थिति में जाने का प्रयास करता है। ऐसे में इस तेजी से मस्तिष्क शरीर की मांसपेशियों को ठीक से शट डाउन नहीं कर पाता, जिससे हमें झटका लगता है।

2. तनाव और चिंता

ज्यादा चिंता और तनाव के कारण हमारा मस्तिष्क उत्तेजित रहता है। जब हम सोने की कोशिश करते हैं, तो मस्तिष्क की यह सक्रियता शरीर को अचानक हिलने का संकेत देती है। ऐसे में हमें झटका लगता है।

3. कैफीन और निकोटीन का सेवन

चाय, कॉफी या धूम्रपान आदि का सेवन भी नींद में रुकावट पैदा करते हैं, और मांसपेशियों को शांत नहीं होने देते। इससे भी Hypnic Jerk की संभावना बढ़ जाती है। खासकर तब, जब आपने इनका सेवन सोने पर पहले किया हो।

4. अचानक नींद में प्रवेश

जब आप बहुत थके हुए होते हैं, तो शरीर तेज़ी से गहरी नींद चाहता है। ऐसे में मस्तिष्क को भ्रम हो सकता है कि शरीर गिर रहा है। इस भ्रम के जवाब में भी वह सक्रिय रहने का संकेत भेजता है और हमें झटका लगता है।

क्या Hypnic Jerk खतरनाक है?

जी नहीं। Hypnic Jerk आमतौर पर पूरी तरह सामान्य घटना है, और इससे शारीरिक या मानसिक किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है। यह शरीर की स्वाभाविक प्रक्रिया है, और अधिकतर लोगों में ऐसा देखने को मिलता है।

हालांकि, यदि यह बार-बार होने लगे या फिर नींद बार-बार टूटे और इसके साथ अन्य लक्षण जैसे घबराहट, नींद नहीं आना, सांस की दिक्कत आदि का अनुभव हो, तो यह नींद से जुड़ी कोई समस्या या मानसिक तनाव का संकेत हो सकता है, और ऐसे में विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए।

Hypnic Jerk से बचने के लिए क्या करें?

Hypnic Jerk से बचने के लिए सोने से 2 घंटे पहले कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए और स्क्रीन से दूरी बनानी चाहिए। साथ ही, सोने का एक निश्चित समय​ निर्धारित करना चाहिए और उस समय सो जाना चाहिए। अच्छी नींद के लिए आप हल्की स्ट्रेचिंग या ध्यान कर सकते हैं। साथ ही बिस्तर पर जाने से पहले रिलैक्सिंग एक्टिविटीज़ करना बहुत अच्छा रहता है, और बहुत ज्यादा थकावट से बचना चाहिए।

Hypnic Jerk भले ही आपको अजीब लगता हो, लेकिन यह एक बहुत सामान्य और स्वाभाविक प्रक्रिया है। सामान्य शब्दों में कहे तो यह शरीर के नींद में प्रवेश करते समय मांसपेशियों की प्रतिक्रिया है। इसलिए इससे घबराने की जरूरत नहीं है। बेहतर दिनचर्या और तनाव-मुक्त जीवनशैली अपनाकर इससे बचा जा सकता है।